उनकी खुशबू अब भी ताजी है वर्षों से सांसों में समाई है जब भी चलती है उनकी महक आने उनकी खुशबू अब भी ताजी है वर्षों से सांसों में समाई है जब भी चलती है ...
स्वागत है, हे वसंत ऋतु, स्नेहशील शब्दों से, अनंत गहराई से जो निकली। स्वागत है, हे वसंत ऋतु, स्नेहशील शब्दों से, अनंत गहराई से जो निकली।
तुम पूर्णता का अनुपम, अद्भुत अकल्पनीय लहराता सागर हो तुम। तुम पूर्णता का अनुपम, अद्भुत अकल्पनीय लहराता सागर हो तुम।
हो हम भी शुक्रगुज़ार ताकि पूरे हो उनके हिस्से के ख्वाब इस बार। हो हम भी शुक्रगुज़ार ताकि पूरे हो उनके हिस्से के ख्वाब इस बार।
धुंधला - धुंधला सा है सवेरा कुछ होने को है, दिल की बेचैनी बता रही है, कुछ खोने को है धुंधला - धुंधला सा है सवेरा कुछ होने को है, दिल की बेचैनी बता रही है, क...
शायद इस बार सुना दूं तुम्हें कोई गाना सुनो तुम मिलने ज़रूर आना शायद इस बार सुना दूं तुम्हें कोई गाना सुनो तुम मिलने ज़रूर आना